श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम्
हज़ार नामों से विभूषित श्रीहरि की महिमा का दिव्य स्तवन
श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम् सनातन धर्म के सबसे पवित्र ग्रंथों में से एक है। यह वही अमूल्य स्तोत्र है जिसे महाभारत के भीष्म पर्व में भीष्म पितामह ने धर्मराज युधिष्ठिर को उपदेश रूप में सुनाया था। यह स्तोत्र न केवल भगवान विष्णु की अनंत महिमा का वर्णन करता है, बल्कि इसे नित्य पाठ से शांति, भय से मुक्ति, रोग-निवारण तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है - ऐसा शास्त्रों में कहा गया है।
इस संस्करण की विशेषताएँ
- केवल संस्कृत श्लोक - शुद्ध देवनागरी लिपि में
- बड़े और स्पष्ट अक्षरों में छपाई - सहज पाठ और जप हेतु
- कोई अर्थ, अनुवाद या टीका नहीं - केवल शुद्ध स्तोत्र-पाठ के लिए
- नित्य जप, सामूहिक पाठ, मंदिर व घर के पूजन हेतु आदर्श
यह संस्करण उन श्रद्धालुओं के लिए बनाया गया है जो केवल शुद्ध पाठ का जाप करना चाहते हैं - बिना किसी व्याख्या के। यह एक संगी जैसा है - ध्यान, आराधना और भक्ति के समय आपकी आत्मा को श्रीहरि के साथ जोड़ने वाला।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
श्री विष्णु के सहस्र नामों का जप करें और दिव्यता से भर जाएँ।
नि